सीतापुर। मोबाइल आज के दौर में हमारी और आपकी सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है। स्मार्ट फोन हाथ में हो तो दुनिया मुट्ठी में है, लेकिन जानकार हैरानी होगी कि जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल करने से आपके रिश्तों में दरार आ रही है। मोबाइल पति-पत्नी के मधुर संबंधों के बीच खलनायक का रोल निभा रहा है। जिला महिला अस्पताल में आ रहे इस तरह के मामले चौंकाने वाले हैं, लेकिन इनसे उन लोगों को सबक लेने बड़ी जरूरत है, जिन दंपती के रिश्तों में मोबाइल से मोबाइल खटास पैदा हो रही है। मनमुटाव होने से पहले ही आपको सावधान हो जाना चाहिए। देर रात तक मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल करने के बजाय एक-दूसरे के लिए वक्त निकालकर टूट रहे रिश्तों को बचा लें, इससे मोबाइल की लड़ाई घर की दहलीज के बाहर नहीं जाएगी। रिश्तों में दरार की ये है वजहः जरूरत से ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल करने से रिश्ते शक के दायरे में आ रहे है। दंपती के बीच तकरार होने की यही असली वजह है। पति को पत्नी पर, पत्नी को पति पर शक होता है। शुरुआत में शक मनमुटाव पैदा करता है, फिर धीरे- धीरे कलह में तब्दील हो जाता है। नौबत मारपीट तक आ जा रही है। शहर के एक मुहल्ले के युवक की शादी चार माह पूर्व हुई थी। कुछ दिनों तक रिश्ता अच्छा चला, लेकिन देर रात तक मोबाइल इस्तेमाल करने से पत्नी से तकरार होने लगी। मारपीट शुरू हो गई। नवविवाहिता की शिकायत थी कि, पति उसके लिए समय नहीं निकालते। काउंसिलिग से रिश्ते सामान्य हो सके। पिछले माह लहरपुर का युवक अपनी पत्नी को लेकर काउंसिलिग के लिए अस्पताल आया। उसका कहना था कि शादी के आठ वर्ष तक सबकुछ ठीक था। तीन माह पहले पत्नी की जिद पर स्मार्ट फोन दिया, फिर देर रात तक वह इंटरनेट चलाने लगी। इसको लेकर मारपीट शुरू हो गई। इंटरनेट का अधिक इस्तेमाल न करें। पति-पत्नी रोजाना दो घंटे का वक्त अपने लिए निकालें। मन की बातें करें। इससे रिश्ते हमेशा मजबूत बने रहेंगे।
मोबाइल डाल रहा रिश्तों में दरार